बुधवार, 18 मार्च 2015

लगता है शरद यादव पगला गए हैं...

कुछ सालों से राजनेताओं के चाल, चलन, चरित्र, चेहरे और बोल बदल रहे हैं। ऐसे राजनेताओं को सिर्फ जूता मारने का मन होता है। खासकर ऐसे नेता जो जब मन आए जो मन आए बोलना शुरू कर देते हैं। यही हाल अभी एक नेता शरद यादव का है। पहले साउथ की महिलाओं को अनाप-शनाप बोला उसके बाद अब साथी महिला नेत्री को उल्टा-सीधा बोल दिया। इससे उसके बारे में पता चलता है कि आप अपने घर के लोगों के साथ किस तरह रहते होगे। दो कौड़ी की मानसिकता आपके राजनीतिक के बारे में पूरी जनाकारी बयां कर रही है।