बुधवार, 8 अक्तूबर 2014

पाकिस्तान की कायरता या भारतीय कमजोरी

कुछ समय से पाकिस्तान लगातार बॉर्डर पर हमला कर रहा है इससे सेना के जवान तो मारे गए ही आम लोगों को जान माल की हानि भी हुई है। यह पाकिस्तान की कायरता है या भारतीय नेताओं की कमजोरी पता नहीं पर लगातार हो रहे हमले के बाद भी अगर हमारे नेता और सेना के अधिकारी फिर भी बात करने के लिए प्रयासरत है तो इसे कायराना हरकत जरुर कहेंगे, और वह भी भारतीयों का। क्योंकि सेना के जवान अपने साथियों को खो रहे है सीमा क्षेत्र से जुड़े गांव के लोग अपनी संपति और परिजनों को खो रहे हैं इसके बाद भी सेना के उच्च अधिकारी और भारतीय नेता अगर बात कर रहे हैं तो यह कायरता होगी। हमारी सेना पाकिस्तानी सेना से कभी कम नहीं रही इसा उदाहरण कारगिल युद्ध से लगा सकते हैं पर क्या भारतीय नेताओं में दृढ़ इच्छा शक्ति की कमी या फिर वे उस काम को करना नहीं चाहते पता नहीं क्यों इस कायराना हरकत का जवाब वे देना नहीं चाहते। लोक सभा चुनाव के समय तो बहुत गरज-गरज कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था हमारी सेना को कभी शर्म अनुभव नही करना पड़ेगा अब क्या हो गया। क्यों भारतीय सेना को जवाब देने से रोका गया है। क्यों नहीं भारतीय सेना वायु सेना का इस्तेमाल कर के कुछ ही समय में पाकिस्तान को मजा चखाती। फिर जब पाकिस्तान की सेना गोली बारी कर रही है तो इसे क्या वहां के घुसपैठिए की हरकत कही जाएगी। यह गलत नहीं होगा। अगर वहां की सेना पहले से इस तरह की हरकत कर रही है तो हमें हमला क्यों नहीं करना चाहिए भारत किससे डर रहा है। भारत और पाकिस्तान के बीच में क्या दूसरी शक्ति भी काम कर रही है तो वो कौन सी शक्ति है जो दोनों देशों को लड़ाने का काम कर रही है अगर दोनों देशों को लड़ाने का काम हो रहा है तो फिर देश के राज नेता क्या कर रहे हैं। लगातार हो रहे हमले का जवाब आखिर क्यों नहीं दिया जा रहा है? सवाल उठना शुरु हो रहा है अगर जल्द इसका जवाब नहीं तय किया गया और पाकिस्तान को करारा जवाब नहीं दिया गया तो भारतीय नेताओं की कायरता होगी। 

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